I am young and always want to remain young. When I read poems, it reveals its truth to me. Poetry is an art & a way to express our feeling of revealing truth, telling untold stories and stories inside stories and also it protect our mental health through catharsis. It doesn’t know any borders but still it knows many languages. It gives me independence to speaks. It gives me advice but stays quiet–I will follow or not, it’s my choice. It asks me some questions and answers many.
Tuesday, December 24, 2019
MY_POEM
Tuesday, December 17, 2019
What is NRC ?
National Register of Citizenship (NRC): क्या है और इसके लिए कौन-कौन से Documnets मान्य हैं?
NRC
असम में अंतिम NRC सूची 31अगस्त, 2019 को जारी की गयी थी।
इस सूची में 19 लाख लोगों को शामिल नहीं किया गया है। अब इनलोगों को विदेशी घोषित होने का खतरा पैदा हो गया है। क्या आप जानते हैं कि ये राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर सूची क्या है? और इसे असम में क्यू लागू किया गया है? यदि कोई अपने आप को भारत का नागरिक साबित करना चाहता है तो उसे किन-किन कागज़ातों की जरूरत पढ़ेगी? यदि नहीं तो आइये इसे शरू से अंत तक पढ़ें।
NRC क्या है ?
*NRC - National Register of Citizens
*1951 में NRC तैयार हुआ [सम्पत्ति को जानने के लिए]
*NRC को अपडेट करने की मांग 1975 से ALL Assam Students Union द्वारा उठाई जा रही है।
*1985- असम समझोता
*बांग्लादेशी स्वतंत्रता से एक दिन पहले 24 मार्च 1971 की आधी रात को राज्य में प्रवेश करने वाले बांग्लादेशी शरणार्थियों के लिए बनाया गया था|
*NRC की प्रक्रिया 2013 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शुरू हुई |
NRC के उद्देश्य
*प्रदेश में विदेशी नागरिकों और भारतीय नागरिकों की पहचान करना
*All Assam Students Union का कहना है कि बांग्लादेशी प्रवासियों ने उनके अधिकार को लूट लिया है। और वे राज्य में हो रही आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं। इसलिए शरणार्थियों को अपने देश भेज देना चाहिए।
Data about NRC
*सरकार ने NRC प्रक्रिया पर लगभग 1200 करोड़ रूपए खर्च किए। इसमें 55000 सरकारी अधिकारी शामिल थे। पूरी प्रक्रिया में 64.4 मिलियन दस्तावेजों की जांच की गई।
असम का नागरिक कौन?
*25 मार्च 1971 से पहले असम में रहने वाले लोग
*सूची A में जो लोग आते हैं उन्हें कई कागजातों को जमा करना था।
*सूची B में जो नागरिक आते हैं उन्हें असम के पूर्वजों से सम्बंधित दस्तावेजों को जमा करना था।
सूची A में मांगे गए मुख्य दस्तावेज:
1. 25 मार्च 1971 तक Electoral roll
2. 1951 का NRC
3. किराया और किरायेदारी की रिकॉर्ड
4. Citizenship Certificate
5. Resident Certificate
6. Passport
7. Bank or LIC Documents
8. Permanent Resident Certificate
9. Educational Certificate & Court Order Records
10. Refugee Registration Certificate
सूची B में मुख्य दस्तावेज में शामिल है:
1. Land Document
2. Board or University Certificate
3. Births Certificate
4. Bank/LIC Past official Record
5. Ration Card
6. Name in Voter List
7. Legally acceptable other documents
8. Certificate given by married officer or Gram Panchayat Secretary to married women
NRC को कैसे UPDATE किया गया है?
25 मार्च, 1971 से पहले राज्य में अपना निवास साबित करने के लिए
• सूची A में दिए गए किसी एक दस्तावेज को NRC फॉर्म के साथ जमा करना होगा
• सूची B में दिए गए किसी एक दस्तावेज को NRC फॉर्म के साथ जमा करना होगा
NRC सूची जारी
- अंतिम NRC सूची 31Aug 2019 को जारी की गई।
- इस सूची में 19,06,657 लोगों को शामिल नहीं किया गया।
- 3.11 करोड़ इस नागरिकता सूची में शामिल किये गये।
- 3.29 करोड़ लोगों ने आवेदन किया
क्या सूची से बहिष्करण का मतलब विदेशी घोषित होना है?
-नहीं जो लोग सूची से बाहर किए गए हैं वे उन विदेशी ट्राइब्यूनलों पर आवदेन कर सकते हैं जो 1964 के कानून के तहत अर्ध्य न्याय निकाय है।
-ये लोग सूची जारी होने के 120 दिनों के भीतर इन न्याय अधिकरणों से अपील कर सकते हैं। यदि किसी को विदेशी ट्रिब्यूनल में विदेशी घोषित किया जाता है तो वह उच्च न्यायालयों में जा सकता है।
-यदि किसी को अदालतों द्वारा विदेशी घोषित किया जाता है तो उसे गिरफ्तार कर के नजर बन्दी केंद्र में रखा जा सकता है।
-जुलाई 2019 तक 1,17,164 व्यक्ति विदेशी घोषित किए गए हैं।
-जिनमे से 1,145 हिरासत में हैं.
NOTE:
अगर इसमे कोई डेटा गलत पाया जाता है तो छमा किजिये गा।
इसके सारे डाटा न्यूज से लिए गए है।
Sunday, March 31, 2019
Motivational_Updates
"कौन कहता, कि मैं रंग नहीं खेलता?"
ख्वाहिशें नहीं रंग लगाने की,
ख्वाहिशें है आपके रंगों में रंगे रह जाने की।
जी नहीं करता कभी रंग बदलने की।।
आपके रंगों ने हर रंग को कर दिया है फीका।
मैं तो हमेशा लगाए हूं फिरता।
आप तो रंगों की सरोबर हो,
क्या मतलब रह जाता आपको रंग लगाने का।
कौन कहता, कि मैं रंग नहीं खेलता?
आपके श्रंगार का रंग, जिसे मैं शब्दों में पिरोता हूं।
आपके आँखों का रंग, जिनमे में हमेशा डुब जाता हूं।
उन डुबकीयों से मैं हमेशा शब्द ढूंढ लाता हूं।
और हर रंगो से ज्यादा रंगीन बनाने का प्रयास मैं करता हूं।
कौन कहता, कि मैं रंग नहीं खेलता?
होली खेलना तो मुझे जरुरी नहीं लगता?
आपका याद हि काफी हो जाता,
चेहरा गुलाबी हो जाता।
कोई अगर बोले बुरा-भला,
चेहरा लाल-पीला हो जाता।
कौन कहता, कि मैं रंग नहीं खेलता?
मुझे चाह नहीं उस लाल-गुलाबी गुलाब की,
जो वक्त के साथ अपना रंग खो जाए,
मुझे वो कांटा ही पसंद है, जो अपने रंग मैं ही रंग जाए।
आपके गालों की वो ख़ूबसूरत सी महकें,
आज भी हमारे रंगों मैं सामिल है,
वही तो मैं लगा बैठा हूं! जो हर रंग को फीका कर देता है।
कौन कहता, कि मैं रंग नहीं खेलता?
कौन कहता, कि मैं रंग नहीं खेलता?
-सत्यम् कुमार सिंह
"चाह"
ऐ हवा!
मैं तुमसे कुछ कहना चाहता हूँ,
तुम्हारी आँखे कितनी तेज़ दृष्टि वाली हैl
दूर-दूर तक देख लेते हो तुम,
सायद मुझे भी देख लेते होगे तुमll
मैं वो मिट्टी का धूल हूँ,
जो उड़ चला हू तुम्हारे साथ,,
पता नहीं क्या होगा मेरे साथ,
साँसे रही तो, मैं जग में समाउँगा,
नहीं तो, धूल हु, मिट्टी मैं समाजाउंगा ll
-सत्यम् देवु
"हालात"
सूखे पत्ते जैसी हालत हो गयी है,
ना जाने पाँव क्यू बंध सी गई है,,
हवा ने अपना रुख मोड़ा,
हम भी मुढते चले जा रहे हैं,,
कोई ठिकाना नहीं,
हम कहाँ जा रहे हैं
-Satyam_Devu
Thursday, March 14, 2019
Home:
I am from BHAGALPUR, BIHAR.
My new hobby is writing Hindi poem, article, etc.