Search This Blog

11. "पापा! आप के होने से"


11."पापा! आप के होने से"




मैं आज यहाँ हूँ,
चल-फ़िर लेता हूँ,
दुनिया को लाँघने की हिम्मत रखता हूँ,
छोटे-बड़े ख़्वाब देख सकता हूँ,
सब आपकी वजह से.
आप ना होते तो मैं ना होता,
और ये दुनिया भी मेरे लिए नहीं होता.
मैं जो भी कहूँ सब छोटा है आपके लिए,
आप तो पिता समान मेरे भगवान हो.
मेरे लाख गलतियाँ पर भी आप मुझे छमा कर सही मार्ग पर चलने की दुआ एवं सही मार्गदर्शन कराते हो,
मेरे लाख हारने पर भी, आप मेरे साथ रहकर मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हो.
आप तो भगवान से बढ़कर मेरे पिता हो.
जलते लौ(सूर्य) मे जल कर आप मेरे लिए पैसे कमाते हो,
फटे पुराने कपड़े पहन कर मुझे अच्छे कपड़े दिलाते हो,
अपना आधा पेट खाना खा कर मुझे खिलते हो.
अपने सपने त्याग कर मेरे लिए सपने देखते हो.
ज़रूरत पढ़ने पर मेरे लिए अपने इज्ज़त को भी ठोकर मार देते हो.
कभी-कभी अपनी स्थिति देख कर रोते भी हो, फ़िर भी दुःख 😥
प्रकट नहीं होने देते हो.
तबीयत खराब ख़ुद की होती है फ़िर भी पहले मुझसे पूछते हो.
आप तो भगवान से भी बड़ कर मेरे पिता हो.
आप तो भगवान से भी बड़ कर मेरे पिता हो.
        -- सत्यम् कुo सिंह




No comments:

Post a Comment