"दिल की तमन्ना"
जिस पर्दे में तुम रहते हो उस पर्दे में हमें भी रहने का शौक है। जिस डगर तुम चलते हो हमें भी उस डगर चलने का शौक है। बदलते हवा में हमे भी तुम्हारे साथ बहकने का शौक है। तुम जहाँ-जहाँ जन्म लो हमें भी वहां जन्म लेन का शौक है। ज़्यादा भी शौक नहीं रखता हूं, क़लम की अंतिम सियाही तक तुम्हें लिखने का शौक है। आँखें बंद होने से पहले एक झलक तुम्हें देख लेने का शौक है।
              -✍️ सत्यम् कुमार सिंह 💞
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